skip to main
|
skip to sidebar
पाराशर गौड़ - हिन्दी राइटर्स गिल्ड
Wednesday, February 2, 2011
चार लाइन
बांध को बांध ले ते है सब
नदी को बांध न पाया कोइ
नभ को छू लिया है हमने
न बांध पाया मन को कोइ
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
सदस्य
हिन्दी राइटर्स गिल्ड Hindi Writers Guild
हिन्दी राइटर्स गिल्ड की काव्य गोष्ठी में जसबीर कालरवी के "अमृत" पर चर्चा
11 years ago
Blog Archive
▼
2011
(18)
▼
February
(18)
भांची
वापसी !
सवाल - जबाब
मरना एक मौत का !
मंथन
हसिकाए
प्रमाण दो !
अशांत हूँ !!!
" १५ अगस्त "
एक सुझाऊ
चार लाइन
रिशता
समय समय का फेर
शादी का इश्तेहार
Drunk एंड द्राइब
अस्थाई हूँ मै !
उठ !
तसवीर
►
2010
(2)
►
August
(1)
►
May
(1)
►
2009
(17)
►
April
(3)
►
February
(2)
►
January
(12)
►
2008
(6)
►
December
(6)
Contributors
Hindi Writers Guild
पाराशर गौड़ - हिन्दी राइटर्स गिल्ड
विषय सूची
आलेख
कविता
नाटक
व्यंग्य
व्यंग्य-कविता
Followers
No comments:
Post a Comment