Wednesday, February 2, 2011

हसिकाए

कबिता क्या होती है

मन मोहन जी ने गौड़ से कहा
एक बात बताये " कबिता क्या होती है ?"
गौड़ बोले .. " कबिता वो होती है जो
मन मोहन के पास जाते ही रोती है "

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अँधा
एक अंधा सडक में भीख मांगते हुए
कह रहा था
" .. ये बाबू , एक रुपया दे दो
भगवान् तुम्हारा भला करेगा
एसा मेरा मन कह रहा है "
जैसे ही बाबू ने पैसे डाले
तपाक से भिखारी बोला ...
' --- ये बाबू अपने पैसे उठा ?
रूपये के बदलव चवनी दे रहा है ! "

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