Wednesday, December 24, 2008

एक नज़र देखिये तो



भारतीय काल गणना

सिद्धांत जोतिषी को एस्टानोमी कहा जाता है ! इसके ग्रंथो में सूर्य ग्रन्थ एक महत्त्वपूर्ण ग्रन्थ है ! इसके प्रथम अध्याय में काल गणना का विस्तार से वर्णन हुआ है ! जो इस प्रकार से है
पृथ्वी सूर्य चंदर तथा नक्षत्रों की गति के अनुसार चार प्रकार के दिन होते हैं ! २४ घंटे के चकार को ( एक नक्षत्र के चकार अगले दिन पुनः क्रम को ) आहोरात्र कहते है !सूर्य उदय से लेकर अगले सूर्य उदय होने तक को सावन आहोरात्र कहते है !
३० नाक्षित्रक आहोरात्र का = १ महीना
३० सावन आहोरात्र का =एक सावन मास
३० तिथीओ का = एक चंदर मास
१२ नाक्षित्रक मास का = एक नक्षत्र मास
१२ सावन मास का = एक सावन वर्ष
१२ चंदर वर्ष का = एक चंदर वर्ष
१२ सौर मास का = एक दिव्या आहोरात्र होता है
३० दिव्या आहोरात्र का = एक दिव्यमास होता है
१२ दिव्यमास का = एक दिव्या वर्ष होता है
१ दिव्यवर्ष में जिसमे ३६० सौर वर्ष होते है
१२००० दिव्यावर्षो की ३६० चत्तुर्युगी होते है ( चत्तुर्युगी जो = ४३ लाख २० हज़ार वर्ष क होती है ( १ चत्तुर्युगी / महायुग में ४ युग होते है ! वो है कलयुग द्वापर त्रेता और सतयुग )

युगों की गणना....

कलयुग में १२०० दिव्यवर्ष होते है कलयुग क कुल काल ४ लाख ३२ हजार वर्ष का होता है जिसमे ३६ हज़ार वर्ष आदि संधि और ३६ हज़ार वर्ष अंत की संधि के होते है !
सतयुग में ४८०० दिव्यवर्ष होते है
हरयुग के सुरू और अंत में एक संधी होते है ! इन सभी युग में क्रमशः २०० ,४००,६००,तथा ८०० दिव्यवर्ष होते है
७१ महायुगों का एक मनवंतर होता है ! इसके सुरू और अंतमे एक संधि \ होती है जो एक सतयुग के बराबर होते है !
१४ या १५ मनवंतर संधियो का एक कल्प होता है
१ कल्प जो १००० महायुग के बराबर होता है
१ कल्प में ४ अरब ३२ करोड़ वर्ष होते ( ( एक कल्प की अबधि ब्रह्मा के एक दिन के बराबर होते है ब्रह्मा की उम्र १०० ब्रह्म वर्ष की है )
३० ब्रह्म आहोरात्र का एक ब्रम मास होता है
१२ ब्रह्म मास का १ बह्म वर्ष होता है
अभी ब्रह्मा की उम्र का आध भाग बिता है अभी तो उनकी उम्र का पहला कल्प है इस कल्प में ६ मंवत्र संधीय बीत चुकी है ! अभी तो कलयुग का २८ वा महायुग कलयुग चल रहा है ! कलयुग ३१०२ इ पू सुरू होआ अभी वर्तमान कल्प का १,९७,२९,४९,१११ वर्ष चल रहा है

पृथ्वी की रचना

ब्रह्मा को रचना करना में ४७,४०० दिव्यवर्ष लगे थे ! तभी सबंत सुरू होआ था उसके अनुसार अगेर गणना करे तो १,१५,५८,८५,१११ वा वर्ष चल रहा है

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